हठ कर बैठा चाँद
एकदिन जब उसका मन डोला
रो रो कर अपनी मम्मी से तब उसने यह बोला
सिल्वा दो माँ मुझे ऊन का मोटा एक झिंगोला /
आसमान के सारे तारे कहते हैं सब मुझसे
तेरी मम्मी प्यार करे ना चंदा भैया तुमसे /
जाड़े में सब लोग पहनते मोटा मोटा कपडा
फिर भी नंगे रहते होतुम बोलो क्या है लफडा /
सन सन करती हवा रात भर जाड़े से मरता हूँ
ठिठुर कर किसी तरह यात्रा पूरी करता हूँ /
मुझे चाहिए ब्रेंडएड कपडे चलो मॉल से लूँगा
उन्हें पहन कर आज रात को सब को उत्तर दूंगा/
सुन चंदा की बात कहा मम्मी ने अरे सलोने
कुशल करें भगवान,लगे मत तुझको जादू टोने /
आज दिला दूँगी मै तुझको कपडे अच्छे अच्छे
चल प़ीले अपना दूध और हठ कर ना मेरे बच्चे/
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