Saturday 9 November 2013

.भारत सभी का है .यहाँ सभी को जीने का अधिकार है पूरी स्वतंत्रता से .

देश अराजक हो गया है .हर कोई दूसरे को दोष दे रहा है खुद के गिरहबान में झांकने की हिम्मत किसी में नहीं .अराजकता से सम्स्यायें हल नहीं होतीं .मैं मूलतः शिक्षक हूँ और ७० से युवकों को ही संभालता झेलता भोगता रहा हूँ .बहुत मजा आया इस कार्य में .लेकिन हमने न तो कभी किसी को गुमराह किया ,न कभी किसी से हमें डर लगा सच और सच को आचरण में धारण किया यही हथियार रहा .युवकों में व्यवस्था के प्रति असंतोष तो होता है होगाही होनाभी चाहिए .और व्यवस्था परिवर्तन की महत्वाकांक्षा भी .किन्तु सच्चा मार्गदर्शक सही शिक्षक .सच्चा नेता तबतक युवकों को उद्दिगन नहीं करता जब तक् कोई सही रास्ता न मिल जाय .एक बार युवकों को खडा किया तो परिणाम तक पंहुचाये बिना उन्हें रुकना नहीं चाहिए .अन्यथा बहुत भयंकर परिणाम होता है .इस मायने में मैं अन्ना हजारे को बहुत बड़ा दोषी मानता हूँ .उन्हों ने युवकों को जोड़ा खडा किया और खुद परदे से गायब हो गए जब तक रहे गलत लोगों से घिरे रहे उन्हें खुद पता नहीं था की वे चाहते क्या हैं .अब परदे से गायब हो गए .रामदेव .केजरीवाल और संघ तथा भाजपा के अनेक अनुषंगों ने उन्हें लपक लिया .अब आज युवक उन्ही के लिए इस्तेमाल हो रहे हैं .हजारे के बस में जब नहीं था तो गलत लोगों के लिए रास्ता क्यों खोला .यह बात युवकों को खुद समझनी होगी .कांग्रेस या भाजपा कोई दूध का धोया नहीं बेईमान दोनों में हैं पर देश का हित देख कर युवकों को साथ होना होगा .कपट से बचना होगा आज धर्म /हिंदुत्व भारत के लिए महत्त्व पूर्ण नहीं समान नागरिक समान अधिका र ..भारत सभी का है .यहाँ सभी को जीने का अधिकार है पूरी स्वतंत्रता से .देश किसी की बपौती नहीं .लाफ्फासों फासिस्टों .धर्मान्धों . जातीय जहर फूंकने वालोंऔर झूठ बोलने वालों की लफ्फासी को समझ कर वोट देना होगा.
देश को युवक ही बचा सकते हैं गलत हाथों में जाने से .उन्हें समझना होगा .आने वाले खतरे को पहचानना होगा .कपटी लोगोंको बे नकाब करना होगा .हल प्रदर्शन नहीं वोट से .मुझे कम से कम मुझे अपने युवकों पर भरोसा है .

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