Friday 18 August 2017

सुनो दुखी मत हो

सुनो दुखी मत हो
ये दिन भी बीत जायेंगे
हौसला बनाये रखो
कुछ भी ठहरा नहीं रहता
सुख नही तो दुःख भी नही
देखो तुम्हारे पति के पास
किसान की विरासत है
उसने कभी अपनी मा की आँखों में
सांझ नही देखी
अपने पिता को कभी हारते नहीं देखा .
देखना
मै जीत ही जाऊंगा एक दिन.
बस तुम मेरा हाथ पकड़ी रहो
मुस्कराती रहो
एक दिन पलकों पर सहेज कर
फिर लाऊंगा बहारों को
तब तुम
धीरे से उतार लेना उन्हें अपने जीवन में
.
देखो .मेरी तरफ देखो
थका नहीं हूँ मै ..अभी
अभी उम्र भी नहीं है मेरी थकने की
तुम पगली जाने क्यों घबराती हो
चलो अच्छा है
इसी बहाने आस पास तो मंडराती हो
लेकिन सुनो ..जोर से हंसो
तुमको मालूम नहीं
सचमुच
तुम कितनी अच्छी लगती हो
जब दिल खोलकर हस्ती हो
सच मानो
जितनी हंसी तुम्हारे ओंठों पर
उतनी खुसी हमारे जीवन में

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