Saturday 19 May 2012

फुहरी.


नैहर दाग लगाय आई चुनरी , ऊ रंगरेजवा कै मरम न जानै . नहीं मिलै धोबिया कवन करै उजारी !! पहिरि ओढ़ के चली ससुररिया, गंउवा के लोग कहैं बड़ी फुहरी.

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