ये हादसों का शहर है.
यहाँ गम न कीजिए .....
न कोई शिकवा न शिकायत बस गुजर लीजिए .
ठहरें कहीं यह देखने क्यों कर हुवा सितम
तो समझिए की आप की मुश्किल बढ़ी सनम
ये भीड़ का समंदर बस पार कीजिए
यहाँ गम न कीजिए .....
न कोई शिकवा न शिकायत बस गुजर लीजिए .
ठहरें कहीं यह देखने क्यों कर हुवा सितम
तो समझिए की आप की मुश्किल बढ़ी सनम
ये भीड़ का समंदर बस पार कीजिए
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