Wednesday 26 December 2012

.आप जिंदगी को बदल नही सकते



मैने एक ग़रीब परिवार की बच्ची को कई वर्षों देखा .वह दीवाली मे घूम घूम कर सब के दरवाजे रंगोली बनती थी .बिना किसी ना नुकुर के बिना किसी भेद भाव के |.उसे रंगोली बनाना बहुत अच्छा लगता था | इसका उसे कोई मलाल नही था की उसके पिता रंग नही खरीद सकते थे |.सब लोग जो बचे हुए रंग उसे देते थे ,उन्ही से वह सुबह अपने दरवाजे पर रंगोली बनाती थी ,अपनी रंगोली मे बचे हुए रंगो को अपने अंदाज से सजाती थी ,उसकी रंगोली सबसे अधिक मन मोहक और सुंदर होती थी ,.मैने तभी से सीखा की जिंदगी जोरंग दे उन्हे ही सजाने की कोशिस करो .|जिंदगी को कभी बदलने की कोशिस नही करना चाहिए जिंदगी जो भी मिली जैसी भी मिली उसे भरपूर हौसले से जीने की कोशिस करनी चाहिए ..आप जिंदगी को बदल नही सकते . 

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