इस देश की न्यायपालिका की ब्यावस्था मे अमूल चूल
परिवर्तन की आवश्यकता है .समय से न्याय निर्धारित समय मे जब तक नही मिलेगा
कोई अपराध कम नही होगा वकीलों जजों के जंजाल मे फँस कर न्याय दम तोड़ देता
है .इतना मीन मेख है की कई साल तक मुक़दमा चने पर भी दोषी बच जाता है .हर
मुक़दमे के लिए समय और जज तथा वकील की ज़िम्मेदारी तय होनी चाहिए .ठीक से
समयपर काम न होने पर लाइसेंस रद्द करने से लेकर जेल भेजने का प्रावधान होना
चाहिए ./दूसरे स्तर पर .संपूर्ण कर्मचारी अधिकारी .आई ए एस आई पी एस .जज
.जनता के बाप बन गये हैं सरकारी ब्यावस्था इन्ही की नौटंकी मे .. चर मरा
गयी है /संबिधन मे सांसोधन करके इन ब्यूरोकेत्स पर अंकुश करना होगा
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