Monday 28 November 2011

अगिन कथा यह पेट की

अगिन कथा यह पेट की
माथा पीटे जनम निहाई
हवा न आये रास
मन के भरम हथौड़ा कूटे
नव बिहान की आस /
... खाल धौंकनी साँसे भरती
चटके चिनगी भाग
कोयला जले लोहार भट्ठी में
लोहा तापे आग/
सूखी आँखों उमर घोंसला
लटका जैसे लत्ता
खुरपी छीले करम कमाई
प्यास बढ़ी अलबत्ता /
पोतना लीपे भूख पेट में
संडसी फोड़े आँख
राख़ चढ़ी अंगारों ऊपर
चिमटा पलटें भाग /
दोनों हांथों थाम्हे लोढ़ा
कूटें हल्दी गांठ
जस जस हल्दी पिसे सिलौटी
सरसों फूले बाट /
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