Tuesday 13 December 2011

भगवान ही बेडा पार करें

एक गाँव में एक चरित्र हीन ब्यक्ति था /गाँव के लोग परेशान थे /एक दिन लोंगो को गुस्सा लगा उन्होंने उस चरित्रहीन को पकड़ा और उसकी नाक काट दी /लोग उसे नकटा कहने लगे परेशान नकटा एक दिन गाँव छोड़ कर चला गया दूर बहुत दूर /चलते चलते थक गया संध्या हो गई थी ,भूख भी लगी थी ,एक गाँव के पास तलब दिखा एक पेड़ भी था ,नकटे ने सोचा रात यहीं बिताते है ,सुबह देखा जाये गा/सुबह गाँव के लोग तलब की और दिशा मैदान को निकले ,देखा एक आदमी सोया है बीमार भी दिख रहा है ,दाढ़ी बाल भी बढे हैं /एक बुजुर्ग को जादा दया आई उसने ने पूछ दिया बाबा आप कौन है कंहा जा रहे है बस क्या था नकटे की धूर्तता जाग गई उसने कहा .दूर गाँव का साधू हूँ चारो धाम की यात्रा पर निकला हूँ स्वास्थ्य ठीक नहीं है /बेचारे बुजुर्ग को दया आ गई उसने नकटे बाबा को घर चलने को कहा नाते ने कहा नहीं मई गाँव के भीतर नहीं रह सकत सन्यासी हूँ ,अब बुजुर्ग की दया और उमड़ पड़ी वह घर गया बिस्तर खटिया खाना पानी ले आया ,एक जोपडी भी दल दी बोला बाबा आप जबतक ठीक नहीं हो जाते यहीं विश्राम करें /नकटे की चल पड़ी /एक से दो दो से चार देखा देखी सेवक बढ़ते गए ,नकटे को सन्यासी,संत महात्मा योगी साधू सभी उपाधियाँ मिल गई वह तगड़ा भी हो गया /गाँव में पूजित भी /एक दिन किसी मनचले ने पूछ दिया ,बाबा आप की नाक किसने काटी,सहज भाव से नकटे ने कहा- किसी ने काटी नहीं, हमने कटवाई है क्योंकि ध्यान के समय जब भगवान ह्रदय में आते हैं और मै उनके दर्शन करता हूँ तो नासिका ब्याव धान डालती है इसलिए कटवा दिया अब वह नकटा महराज बन गया /एक दिन एक भक्त आया उसने इक्षा जाहिर की इश्वर के दर्शन की ,इसके लिए नाक कटवाने को तैयार था ,महात्मा नकटे ने उसकी नाक काट दी ,भक्त दर्द से छटपटाने लगा थोड़ी देर बाद उसे याद आया की भगवन के दर्शन करलूं ,उसने नीचे छाती में देखा बार बार देखा भगवन जी नहीं दिखे ,भक्त ने बाबा से पूछा भगवान कंहा हैं बाबा ने कहा अभागे भगवान जब थे तुम छट पटा रहे थे चले गए उन्हें और भी काम है यही डेरा थोड़े ही जमायेंगे /भात ने पूछा अब क्या करें बाबा ने समझाया ...अब बोल नाक कटाई तो ईश्वर के दर्शन हुए नहीं तो लोग मजाक उड़ायेंगे /
भक्त समझ गया, वह चिल्लाने लगा देख लिया, देख लिया, भगवान को, बाबा की कृपा से /बस क्या था एक से दो, दो से चार, नकटा सम्प्रदाय का समुदाय बनगया ,मेरे देश में ऐसे की भीड़ है ,भगवान ही बेडा पार करें

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